कैसो आओ समैया रे, सशक्त हो घर-घर मैया रे ।
गांव-गांव की देख दीनता शासन कियो विचार,
महिलाओं के पिछड़ेपन में, कैसे आये सुधार ।
संग सुधरे लली और छैया रे, सशक्त हो घर-घर मैया रे ।
बना योजना दई शासन ने, महिला सशक्तिकरण
तेजस्विनी परियोजना का निर्धन करें वरण ।
गरीबी दूर हो भैया रे, सशक्त हो घर-घर दी मैया रे ।
निर्धनता, सम्मान, न्याय और आगे करे विकास,
स्वसहायता समूह बनावे को, हो जादा प्रयास ।
पार लगे संकट भैया रे, सशक्त हो घर-घर मैया रे ।
वेदप्रकाश त्रिपाठी, मोबलाइजर
क्लस्टर सथानीय गुन्नौर-1, पन्ना
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